कोराेना वायरस संक्रमण के चलते राज्यपाल लालजी टंडन ने गुरुवार को प्रदेश भर के शासकीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने हॉस्टल के छात्रों और आर्थिक रूप से कमजोर कर्मचारियों का ध्यान रखने के निर्देश दिए। वहीं सहायता कोष में मदद की अपील की है। राज्यपाल लालजी टंडन ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को बाहर रहकर पढ़ने वाले छात्रों की मदद करने के निर्देश दिए हैं। कोरोना के कारण कई छात्र अपने घर नहीं जा पाए।
टंडन ने सभी कुलपतियों को ई-मेल भेज कर निर्देशित किया है कि घर से बाहर रह कर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की सहायता करें। विवि प्रशासन सभी विद्यार्थियों से संचार माध्यमों से संपर्क करे। बाहर से आए छात्र-छात्राओं की भोजन आदि की व्यवस्थाओं में मदद करे। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रबंध किए जाएं, जिससे जरुरतमंद छात्र-छात्राएं स्वयं उनसे सहायता के लिए संपर्क कर सकें। उन्हाेंने कहा कि विवि का आईटी सेल छात्र-छात्राओं को घर से काम करने के लिए प्रशिक्षित और प्रेरित करे। कोरोना संकट से निपटने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियों में उनको शामिल करे। राज्यपाल ने कहा कि घर से बाहर रहकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक गतिविधियों को भी वर्क टू होम प्रणाली से संचालित की जाए।
राजभवन के साथ ही बीयू और भोज मुक्त विवि के कर्मचारियों ने दिया वेतन
राज्यपाल की अपील के बाद कोरोना से निपटने में आर्थिक सहयोग देने के लिये राजभवन कर्मियों ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में वेतन देने की घोषणा की है। राज्यपाल के सचिव मनोहर दुबे एक माह का वेतन और शेष कर्मचारी अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री सहायता कोष में देंेगे। इसके बाद बरकतउल्ला विवि और भोज मुक्त विवि ने सभी शिक्षकों और कर्मचारियाें के एक दिन का वेतन सहायता कोष में जमा करने का निर्णय लिया।